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बाहुबली- जैसा नाम, वैसा काम, bahubali movie review

🎬बाहुबली- जैसा नाम, वैसा काम🎬

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जैसा नाम वैसा काम। ये कहावत बाहुबली पर बिलकुल फिट बैठती है। 100 दिन बाद भी बाहुबली को देखने सिनेमाघरों में दर्शक आ रहे हैं। एक बाहुबली देश की सबसे बड़ी फिल्म बन चुकी है। बाहुबली ने हर एक मायने में खुद को साबित कर दिया है। फिर चाहे वो फिल्म की परफॉरमेंस हो, फिल्म की कहानी हो, फिल्म के सेट्स, इफेक्ट्स हो या हो फिल्म के रिकॉर्ड्स। बाहुबली जब रिलीज हुई थी उस वक्त टिकट को लेकर गजब क्रेज था। बाहुबली के टिकट पाने के लिए ये लंबी लंबी लाईनें लगी और सिनेमाघर के मालिकों ने भी खूब कमाई की है। बाहुबली 2 पहली ऐसी फिल्म है जिसके टिकट प्राईस 2400 रुपए तक गई यानी कि ये अब तक की सबसे मंहगी टिकट थी। और लोगों की दीवनगी तो देखिए, लोगों ने ये टिकट खरीदीं भी। हालांकि कि इसे के चलते लोगों ने ब्लैक में टिकट 2000-3000 हजार में भी बेचे। बाहुबली जब सिनेमाघरों में लगी हुई थी तब इसकी सुनामी के आगे कई फिल्में पोस्टपोन हो गई । इरफ़ान ख़ान की हिंदी मीडियम तो बाहुबली के रिलीज़ होने के 14 दिन बाद भी रिलीज़ की हिम्मत नहीं जुटा पाई और एक हफ्ते के लिए अपनी रिलीज़ पोस्टपोन कर दी । बिग बी की सरकार - 3 और यशराज फ़िल्म्स की मेरी प्यारी बिंदू तक बाहुबली के तूफ़ान की भेंट चढ़ गई। अमेरिका में 100 करोड़ क्रॉस करने वाली - बाहुबली पहली फ़िल्म है। सिर्फ अमेरिका ने फिल्म ने करीब 150 करोड़ का बिजनेस किया।

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